
जब कुम्भ मेला सुरू हुआ था तो योगी सहित कई ने मुसलमानों को लेकर तरह तरह के बयान दिए किसी ने कुम्भ में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाने की बात की तो किसी ने अपना मजहब छोड़ कर महादेव की आराधना करने पर कुम्भ में प्रवेश की बात करी लेकिन देश के मुसलमानो ने हमेशा की तरह संयम और शांति बना कर इन नफरती लोगों को सुन कर नजर अंदाज कर दिया दुर्भाग से कुम्भ मेले में भगदड़ मची जिससे देश के सभी लोगों में अफसोस रहा भगदड़ के बाद वहाँ काफी अफरा-तफरी का माहौल रहा लोग परेशान रहे खाना पानी कंबल आदि का घोर कमी रहा ऐसे हालत में स्थानीय मुसलमानों ने खुल कर तीर्थ यात्रियों की सेवा की उन्हे खाना पानी मुहैया कराया अपने अपने घरों से कंबल लाकर दिया अपने अपने घरों का दरवाजा तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिया मस्जिदों मे लोगों को पनाह दिया बच्चे महिलाएं सौच के लिए परेशान थे उन्हे अपने घरों में सौच का प्रयोग करने की सहूलियत दी मैं सलाम करता हूँ उन मुस्लिम भाइयों को जो नफरती नेताओं के बातों को नजर अंदाज करते हुवे सेवा भावना दिखाया और यह साबित किया संसार मे हर धर्म मुस्किल समय में अपने भाई बहनों की सेवा का सिख देता है भारत जैसे महान देश मे हजार जहर घोलने वाले लोगों के बीच करोड़ों अपना पन और प्रेम दिखने वाले लोग जीवित है यही भारत मे विविधता में एकता का मिसाल है